Wednesday, 7 October 2015

सुप्रीम कोर्ट ने CAG के ऑडिट आपत्ति के आधार पर दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया गया

मैने अपनी आत्मकथा के रूप में इस किताब ( A FRAUD IN THE INDIAN CONSTITUTION ) को लिखा है। मैने 30 साल से अधिक INDIAN AUDIT &  ACCOUNTS DEPARTMENT (IA & AD) में काम किया। इस विभाग के प्रमुख है सी. .जी।

दूसरे अध्याय से मैं ऑडिट अनुभवों को शुरू करते हूँ, जिसमें भारत के उच्चतम न्यायालय के एक फैसले से एक उदाहरण के साथ आरंभ किया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने CAG के ऑडिट आपत्ति के आधार पर दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया गया था। इसके बाद मेरे अपने अनुभव से लिख रहा हूँ कि CAG किस तरह अच्ची आपत्तियों को हटाने और संसद के लिए नकली और फुलाया आपत्तियों को प्रस्तुत करके वह संसद और नागरिकों को कैसे बेवकूफ बना रहा था? यहाँ मैं 2 जी, कोलगेट, आदि घोटाले के बारे में भी उल्लेख कर रहा हूँ, और यह केवल अपने शुरुआती के दशकों के बाद ही क्यों प्रकाश में आया इसके पीछे छिपे रहस्य का कारण भी लिख रहा हूँ।

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