Wednesday 7 October 2015

सुप्रीम कोर्ट ने CAG के ऑडिट आपत्ति के आधार पर दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया गया

मैने अपनी आत्मकथा के रूप में इस किताब ( A FRAUD IN THE INDIAN CONSTITUTION ) को लिखा है। मैने 30 साल से अधिक INDIAN AUDIT &  ACCOUNTS DEPARTMENT (IA & AD) में काम किया। इस विभाग के प्रमुख है सी. .जी।

दूसरे अध्याय से मैं ऑडिट अनुभवों को शुरू करते हूँ, जिसमें भारत के उच्चतम न्यायालय के एक फैसले से एक उदाहरण के साथ आरंभ किया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने CAG के ऑडिट आपत्ति के आधार पर दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया गया था। इसके बाद मेरे अपने अनुभव से लिख रहा हूँ कि CAG किस तरह अच्ची आपत्तियों को हटाने और संसद के लिए नकली और फुलाया आपत्तियों को प्रस्तुत करके वह संसद और नागरिकों को कैसे बेवकूफ बना रहा था? यहाँ मैं 2 जी, कोलगेट, आदि घोटाले के बारे में भी उल्लेख कर रहा हूँ, और यह केवल अपने शुरुआती के दशकों के बाद ही क्यों प्रकाश में आया इसके पीछे छिपे रहस्य का कारण भी लिख रहा हूँ।

This book (paperback & eBook) is available for online purchase at AMAZON:-
www.amazon.in/dp/9352353986
It is also available at some book shops in Kerala and Maharashtra at present. For information go to:  www.facebook.com/afraudintheindianconstitution

इस किताब (paperback & eBook) अमेज़न पर ऑनलाइन खरीद के लिए उपलब्ध है । :
 www.amazon.in/dp/9352353986
यह वर्तमान में केरल और महाराष्ट्र में कुछ दुकानों पर उपलब्ध है । :
www.facebook.com/afraudintheindianconstitution
website:- www.manjaly.net
Also read my other blogs on various other subjects:
http://indiantravelexperience.manjaly.net
http://publiccause.manjaly.net
http://centralemployeesnews.manjaly.net